
एक बिल पर एक से अधिक बार माल परिवहन -,अंडरलोड के चालान किंतु माल दुगनी (जी एस टी बिल के बिना)
पटना – राज्य में छत्तीसगढ़, उड़ीसा,झारखंड और पश्चिम बंगाल से रोजाना माल परिवहन के बहाने कई सौ करोड़ की जीएसटी चोरी लगातार की जा रही है l संलग्न विभाग के फील्ड ऑफीसरों के सँरक्षण के बिना यह कतई संभव नहीं, उस पर से रंग चढ़ाते आरटीओ / डीटीओ ( परिवहन अधिकारी ) खुले तौर पर शामिल l परिवहन अधिकारी इसमें संलिप्त गाड़ियों से एंट्री लेने के पश्चात बेसुध हो जाते हैं व उसमें किस तरह का माल जा रहा है और अधिकृत/स्वीकृत वजन से कहीं अधिक माल की धुलाई लगातार जारी है l स्पंज आयरन, एम एस बिलेट,पिग आयरन, टी एम टी,एम एस सक्रेप, एमएस वायर व अधिकांशतः अन्य लोहे की सामग्री का परिवहन धड़ल्ले से जारी है बिना फर्जी वाड़े के काम करने वालों को आज काम मिलने तक में भी दिक्कत आने लगी है जिससे फर्जी जीएसटी इनपुट धंधा अपने चरम पर है व लगातार फल फूल रहा है l राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि शीघ्रता शीघ्र इसमें नकेल कसने की तैयारी कर ली है एंव इनसे जुड़े गाड़ियों के नम्बर, ट्रेडर्स,संयत्रों, व्यापारीयों सह अन्य की सूची माननीय मुख्यमंत्री सह केंद्र सरकार के वित्त मंत्री को व संलग्न विभागीय वरिष्ठ अधिकारीयों को सौँपेगी l केंद्र सहित राज्य सरकार को रोजाना कई 100 करोड़ के राजस्व का नुकसान सीधे तौर पर हो रहा है व अधिकारी बेसुध स्थिति में पड़े हैं l शीघ्रता शीघ्र इस पर रोक लगाने की आवश्यकता है अन्यथा सामान्य व्यापारी व सामान्य परिवहन उद्योग से जुड़े व्यवसायी को सीधे तौर पर नुकसान उठाना पड़ रहा है व उनका मनोबल लगातार गिर रहा है l जहां एक ओर परिवहन उद्योग कई तरह के जीएसटी स्लैब से जुडी समस्याओं से जूझ रहा है वहीं फर्जी जीएसटी इनपुट के कारण गाड़ी मालिकों को लगातार नुकसान झेलना पड़ रहा है व माल के लिए चेहरा तक ताकना पड़ रहा है लेकिन जो परिवहन व्यवसायी फर्जी जीएसटी इनपुट के खेल में व्यवसाइयों,ट्रेडर्स, फैक्ट्री मालिकों व इस सिण्डिकेट के साथ मिले हुए हैं उनकी गाड़ियों के रिकॉर्ड देखे जाएं तो 30 के 30 दिन वें बेधड़क सड़क पर दौड़ते नजर आएंगे लेकिन वहीं दूसरी तरफ सामान्य मोटर मालिक के गाड़ी माल के लिए हफ़्तों तरसते नजर आ रहे हैं l परिवहन उद्योग की दुरावस्था सारथी समाज (चालक), सामान्य मोटर मालिक एंव पूरी ईमानदारी से काम करने वाले ट्रांसपोर्टरों को इस अवस्था में पहुंचने के लिए कहीं ना कहीं सरकार व सरकारी तंत्र कहीं न कहीं सीधे तौर पर जिम्मेदार है,यही वजह है कि इस जंग से लड़ने की जिम्मेदारी अब राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा (ट्रक ट्रांसपोर्ट सारथी) “उफतत्सा” ने उठाई है व पूरी ईमानदारी से इस तालमेल (नेटवर्क) को तोड़ने की जिम्मेदारी लेती है, आने वाले समय में बिहार में जिस तरह ओवरलोड पर लगाम लगा है व अन्य अनीमियताओं पर रोक लगी है, फर्जी जीएसटी इनपुट का मामला भी निश्चित रूप से दम तोड़ेगा ऐसी उम्मीद ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है -शीघ्र ही इस तरह के सिंडिकेट के खेल को उजागर करने की जिम्मेदारी लेने के लिए संस्था ने कमर कस ली है l